बिलासपुर– अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुरुघासीदास विश्वविद्यालय इकाई के द्वारा रविवार को हुई जेएनयू में हुई हिंसा के विरुद्ध गुरुघासीदास विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन जेएनयू में वामपंथियों के द्वारा सुयोजित घटनाक्रम के विरुद्ध हुआ, बताते चलें कल रविवार को सुबह से रात तक का यह मामला है। इसमें विद्यार्थी अपना रजिस्ट्रेशन करने यूनिवर्सिटी पहुंचे थे, विश्वविद्यालय में वामपंथ के द्वारा चलाए जा रहे विरोध प्रदर्शन में विद्यार्थियों को रजिस्ट्रेशन करने से रोक रहे थे। इसके कारण छात्र प्रताड़ित हुए और वामपंथियों और छात्रों के बीच झड़प हुई इसके बाद वामपंथियों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के ज्वाइंट सेक्रेट्री को पीट-पीट उनका का हाथ तोड़ दिया। एबीवीपी के छात्रों का आरोप है, कि इस मामले को तूल पकड़ते देख रात में 7 बजे वामपंथी विचारधारा के छात्र सुनियोजित कार्यक्रम बनाकर हिंसा किए। जिसमें जेएनयू की तीन हॉस्टलों में उपद्रव की, जिसमें नकाब बांधकर यह लोग भारत माता का नारा लगाकर एबीवीपी को बदनाम करने कोशिश कर रहे थे और देश को यह बताना चाहा की ABVP उन्हें हिंसा का शिकार बनाया, जो कि बिल्कुल गलत है।इस प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ प्रदेश के निवर्तमान प्रदेश मंत्री सन्नी केसरी ने कहा कि कल की हुई घटना की कड़ी निंदा करते हैं। वामपंथी इसके पहले भी ऐसे करते आए हैं और वह हर बार देश के सामने गलत साबित हुए हैं। इस बार भी होंगे। उन्होंने कहा कि यह घटना होने के 15 मिनट बाद पोस्टर कहां से आ गया तथा 5 मिनट बाद योगेंद्र यादव और लेफ्ट के नेता कहां से पहुंच गए और इन्हें अस्पताल में मिलने प्रियंका गांधी आधे घंटे के अंदर कैसे आ गई इन सभी को सवाल प्रदेश मंत्री सन्नी केसरी तथा प्रदेश सह मंत्री मोरध्वज पैकरा ने भी किया। इस प्रदर्शन में निवर्तमान प्रदेश मंत्री सन्नी केसरी,प्रदेश सहमंत्री मोरध्वज पैकरा,प्रदेश SFD प्रमुख़ यशवर्धन मरार,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रौनक केसरी,महानगर महाविद्यालय प्रमुख़ गिरजा शंकर यादव,विश्वविद्यालय इकाई प्रमुख राजीव प्रताप सिंह,बीका गोरख, हर्ष सौदर्शन,श्रेयस अवस्थी,श्रीजन पाण्डेय,कैलाश राजपूत,श्रीजन तिवारी,आदर्श तिवारी,आशुतोष कुमार सिंह,अमन प्रकाश,अनमोल कुमार,आलोक कुमार,यश कुमार,अनिरुद्ध सूबेदार,शुभम पाठक,निलेश सिंह,आयुष सोनी सहित सैकड़ों विश्वविद्यालय के छात्र मौजूद रहे।