धमतरी– धमतरी के लोगो को जिस खबर ने दहशत में डाल दिया, वह महज प्रशासन के मॉकड्रिल का हिस्सा था। एक कोविड संक्रामक मिला है, दरअसल वह ज़िला प्रशासन का मॉक ड्रील था।
इस मॉकड्रील के पीछे जिला प्रशासन का मक़सद था कि, वह जान सकें कि, यदि वाक़ई में ऐसी कोई स्थिति बनती है तो स्वास्थ्य अमले से लेकर ज़िला प्रशासन की तैयारियाँ कितनी पूरी हैं। जिला प्रशासन ने इस मॉक ड्रील को बेहद गोपनीय रखा था, और कलेक्टर रजत बसंल ने इसकी जानकारी केवल तीन अधिकारियों को दी थी।
दरअसल कोरोना संदिग्ध मिलने पर क्या तैयारी की जानी है, इसे लेकर प्रशासन द्वारा मॉकड्रिल की जा रही थी। इसमें सभी कर्मचारियों को बताया गया, कि शहर के जालमपुर वार्ड में एक संदिग्ध मरीज में मिला है। इस खबर के बाद डॉक्टर और पुलिस महकमें के साथ शहर में हड़कंप मच गया, मौके पर पुलिस और डॉक्टरों की टीम पहुंच गई। वार्ड को जब सील कर लोगो की आवाजाही रोकी गयी, तो यह खबर फैलते देर नहीं लगी कि कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। हालांकि अब मॉकड्रिल की खबर सामने आने के बाद लोग राहत महसूस कर रहे ही। एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर ने पुष्टि की है कि मॉकड्रिल किया गया है।