तखतपुर (टेकचंद कारड़ा)- पति का शहर में कमाने जाना नागवार गुजरा, उसने पति को ऐसा करने से मना किया, तो दोनों के बीच विवाद हुआ, नाराज पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
घटना का दर्दनाक पहलू ये है, कि तीन माह के मासूम बच्चे को आधी रात में भूख लगने पर जब वह रो रहा था तब पति ने पत्नी से कहा, कि बच्चे को दूध पिला दो पत्नी की जब कोई आवाज नहीं आई और करवट पलट कर देखा तो बगल में ही पत्नी फांसी के फंदे में लटकी हुई थी, पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में ले लिया है।

पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार करनकापा निवासी स्वर्गीय साधे राम की बेटी सुशीला पटेल का विवाह बेलगहना निवासी दिलीप पटेल से 2 वर्ष पूर्व हुआ था, 3 माह पूर्व बच्ची ने जन्म लिया था, 26 फरवरी की दरमियानी रात को मासूम बच्ची भूख में रो रहा थी तभी पति दिलीप पटेल ने पत्नी से कहा कि बच्चा रो रहा है दूध पिला दो पर पत्नी की कोई आवाज जब नहीं आए तब वह करवट बदल कर देखा, तो बगल में ही लकड़ी की म्ंयार में पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है, पुलिस ने शव का पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है
पति पत्नी के बीच हुआ था विवाद
पति दिलीप पटेल ने पुलिस को बताया कि वह कमाने खाने के लिए रायपुर बिलासपुर में रोजी मजदूरी करने जाता था, इस बात को लेकर पत्नी को आपत्ति रहती थी, और वह कहती थी, कि जो भी रोजी मजदूरी करनी है, गांव में ही रहकर करो इसी बात को लेकर 25 फरवरी को दोनों पति और पत्नी के बीच सुबह विवाद हुआ था, पत्नी दोपहर में खाना नहीं खाई थी और इस बात को लेकर गुस्सा थी, शाम को वह पत्नी को समझाइश भेज दिया था, कि वह अब नहीं जाएगा पर पत्नी गुस्से में थी और जब पति और बच्चा सोया हुआ था तब फांसी लगा ली बच्चे की रोने की आवाज से पति जागा और बच्चे को दूध पिलाने के लिए बोला आवाज पत्नी की नहीं आने पर लौट कर देखा, तो पत्नी वहीं पर कमरे में म्यांर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।