बिलासपुर– बचपन में तनाव मुक्त जीवन जीने की कला अपने पिता से सीखने वाले टीआई परिवेश तिवारी अब वही गुर अपने स्टाफ को सिखाने जा रहे हैं। वे मेडिटेशन और योग के जरिये पुलिसकर्मियों को स्ट्रेस से उबरने की कला सिखाएंगे। ताकि जवानों का इम्युनिटी पावर बढ़े, साथ ही दिन रात ड्यूटी कर तनाव झेल रहा स्टाफ तनाव से मुक्त हो सके।
तनाव में पुलिसकर्मी

कोरोना काल में पुलिस दिन रात ड्यूटी कर रही है। थानों में, सड़कों पर, मोहल्लों में हर जगह पुलिस की सामाजिक भागीदारी व्यापक हुई है। पुलिस न सिर्फ कानून और व्यवस्था बनाने का काम कर रही है, बल्कि लोगों को भी कोई तकलीफ न हो और वे खुश रहेंं, इसलिए बर्थ-डे जैसे आयोजन भी लोगों के घर जाकर कर रही है। इसने पुलिस का एक नया चेहरा पेश किया है। लेकिन इतने काम और थकान के बाद तनाव हो सकता है, इसी तनाव को दूर करने के लिए योग और प्राणायाम का सहारा लिया जा रहा है।
थाना परिसर में होगा.. योगा..

अपने जवानों का हौसला बढ़ाने और उन्हें तनावमुक्त रखने के लिए बिलासपुर पुलिस अब योग और प्राणायाम के सहारे स्ट्रेस मैनेजमेंट पर फोकस कर रही है। सिविल लाइन में सप्ताह में एक दिन योग और प्राणायाम किया जा रहा है। बाकी दिन प्रत्येक सिपाहियों और अधिकारियों को घर में ही आधा घंटा योग और प्राणायाम करने की प्रेरणा दी जा रही है। बाकायदा इसका एक दिन का ट्रायल भी किया जा चुका है।
पिता ने दी थी ट्रेनिंग

सिविल लाइन के थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने जिओ न्यूज़ से हुई खास बातचीत में बताया, कि पेशे से शिक्षक उनके पिता योग टीचर भी थे। जिसकी वजह से उन्हें बचपन से ही मेडिटेशन, प्राणायाम और योग की शिक्षा घर से ही मिली, जिसका सदुपयोग वे आज अपने स्टाफ के लिए करने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, कि योग और प्राणायाम न सिर्फ मन को शांत रखता है, बल्कि इंम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने में मदद भी करता है। विशेषज्ञ भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए व्यायाम, योग और तनाव मुक्त रहने की सलाह दे रहे हैं। इसीलिए उन्होंने यह नुस्खा अपनाने की सोची, ताकि उनके सहकर्मी तनावमुक्त होकर अपनी ड्यूटी निभा सकें।