विडियो कान्फ्रेसिंग से न्यायालय के समक्ष रिमाण्ड लेने वाला संभाग का पहला थाना बना सिविल लाईन्स

बिलासपुर– कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, आज विडियोकॉफ्रेन्सिंग के जरिए सिविल लाईन्स थाना के 9 प्रकरणों का रिमाण्ड न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद न्यायालय के आदेश के अनुसार आगे की कार्रवाई की गई।
बीते 22 मई को बिलासपुर आईजी व एसपी द्वारा धारा 144 जा0फौ0 एवं सोशल डिस्टेन्सिंग का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध व्यापक अभियान चलाने के लिए सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया था। जिसके परिपालन में एएसपी ओ पी शर्मा व सीएसपी आर एन यादव के मार्गदर्शन में सिविल लाइन्स पुलिस ने कुल 9 प्रकरणों में 10 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी। इस संबंध में वरिष्ट अधिकारियों से आदेश लेकर थाना प्रभारी सिविल लाइन्स परिवेश तिवारी ने सीजेएम न्यायालय के समक्ष उपस्थित होकर सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन विधिवत करने के उदेश्य से कुल 10 आरोपियों का 9 विभिन्न प्रकरणों में विडियों कान्फ्रेसिंग के जरिए रिमाण्ड प्राप्त करने के लिए विधिवत अनुमति मांगी। न्यायालय सहृदयता से अनुमति स्वीकार किया गया, और तकनिकी तैयारी के निर्देश दिए। जिसमें सिविल लाइन्स पुलिस द्वारा आरक्षक कमल सोनी विडियो कान्फ्रेसिंग कक्ष प्रभारी के सहयोग से सीजेएम न्यायालय बिलासपुर से तकनिकी सम्पर्क कर बारी बारी थाना प्रभारी परिवेश तिवारी द्वारा सभी प्रकरणो के आरोपियों को पुलिस नियंयत्र कक्ष में विडियों कान्फ्रेसिंग के जरिए सीजेएम न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। न्यायालय द्वारा विधिवत आरोपियों से पुछताछ की गई, और केस डायरी में आवश्यक निर्देश अंकित किये गये, जिसके बाद न्यायालय के आदेशानुसार अग्रिम वैधानिक कार्यवाही सिविल लाइन्स पुलिस द्वारा की गई।

कोरोना वायरस के संक्रमण के इस प्रतिकूल समय में न्यायालय के समक्ष विडियों कान्फ्रेसिंक के जरिए रिमाण्ड प्रस्तुत करने की संभाग में यह पहली कार्यवाही है। जिसमें सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन पूरी तरह से हुआ। इस सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी सिविल लाईन्स के साथ सम्पूर्ण स्टाफ ने उत्साहपूर्वक योगदान दिया।