बिलासपुर – तोरवा थाना क्षेत्र के गुरुनानक चौक के पास रहने वाले रिटायर्ड रेल कर्मी पी के राय का जिओ नेट स्लो चल रहा था। इसकी शिकायत करने के लिए उन्होंने गूगल से जिओ का कस्टमर केयर नंबर खोजा। उन्हें वहां 6297087 645 नंबर मिला। यह नंबर फर्जी था , यह जाने बगैर उन्होंने उस नंबर पर फोन कर नेट स्लो चलने संबंधी शिकायत दर्ज करा दी। फिर अपना पता भी दर्ज करा दिया। कुछ देर बाद उनके पास एक एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को जियो का कर्मचारी बताया। उनसे समस्या पूछने के बाद उन्होंने पी के राय से ₹ 5 का ऑनलाइन फॉर्म भरवाया और उन्हें समस्या निराकरण के लिए एनीडेस्क एप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद फोन की दूसरी ओर से मौजूद व्यक्ति उन्हें हिदायत देता रहा और उसका पालन करने पर पीके राय के खाते से 3 लाख 25 हज़ार रुपये निकल गए।

इसकी शिकायत उन्होंने तोरवा थाने में की। बुजुर्ग रिटायर्ड कर्मी अपने जीवन भर की कमाई हाथ से चले जाने से बेहद व्याकुल नजर आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें धीरज दिलाया और तुरंत कार्यवाही करते हुए रुपए वापसी का प्रयास किया। फल स्वरूप ठगे गए गए पीके राय के खाते में ₹ 100000 वापस आ चुका है । पुलिस कोशिश कर रही है कि शेष ₹ 2,25,000 भी उनके खाते में वापस आ जाए। साथ ही पुलिस आरोपी तक पहुंचने का प्रयास भी कर रही है । पुलिस ने सभी को हिदायत देते हुए कहा कि वे कभी भी गूगल से कस्टमर केयर नंबर ना खोजें। यह नंबर ठगों के नंबर होते हैं । वहीं उन्होंने कहा कि अधिकांश कस्टमर केयर नंबर 1800 से आरंभ होते हैं। इसका भी ख्याल रखा जाना चाहिए। साइबर ठगी के शिकार हुए रिटायर रेलकर्मी के रुपए वापस दिलाने में तोरवा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी के अलावा साइबर सेल के मनोज नायक उपनिरीक्षक, प्रधान आरक्षक विष्णु साहू , आर. धर्मेंद्र भूषण वर्मा , पंचराम , चांदनी की प्रमुख भूमिका रही

By GiONews Team

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