एक्शन में बिलासपुर पुलिस: जुआ-सट्टा, नशे के खिलाफ छेड़ा.. 104 मामले दर्ज, 134 के खिलाफ हुई कार्रवाई..
बिलासपुर– पुलिस ने नशे और आपराधिक तत्वों के खिलाफ अभियान चला रखा है। बीते 2 दिनों में 25 आरोपियों से 180 लीटर अवैध शराब जप्त की गई है, एनडीपीएस के 14 मामलों में 135 किलोग्राम गांजा जप्त किया गया है, साथ ही जुआ, सट्टा के 70 प्रकरणों में 100,000 से अधिक की रकम जप्त और लाखों की सट्टा पट्टी पकड़ी गई है। अब तक कुल 104 अपराध दर्ज कर 134 से अधिक अवैध कार्य में लिप्त आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की गई, यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
पुलिस के इस अभियान के तहत थाना कोनी मे 2 प्रकरण में 6 लीटर देशी एवं 1 लीटर अंग्रेजी शराब, थाना कोटा में 3 प्रकरण में 48 लीटर महुआ शराब ,थाना रतनपुर में 4 प्रकरण में 35 लीटर महुआ शराब, थाना मस्तूरी में 5 प्रकरण में 3 लीटर महुआ एवं 6 लीटर देसी शराब ,थाना हिर्री में 3 प्रकरण में 30 लीटर महुआ शराब ,थाना तखतपुर में एक प्रकरण में 7 लीटर महुआ शराब ,थाना बिल्हा में 2 प्रकरण में 12 लीटर देसी शराब, थाना सीपत में एक प्रकरण में 3 लीटर महुआ शराब, थाना पचपेड़ी में एक प्रकरण में 4 लीटर महुआ शराब ,थाना सकरी में एक प्रकरण में 7:30 लीटर शराब जप्त की गई। इस प्रकार कुल 22 आरोपियों से लगभग 165 लीटर से अधिक अवैध शराब जप्त कर आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही की गई।
एनडीपीएस के प्रकरण में सिविल लाइन में 1 प्रकरण, सकरी में 2 प्रकरण, थाना सरकंडा में 3 प्रकरण ,थाना तखतपुर में एक प्रकरण ,थाना सिरगिट्टी में 5 प्रकरण, थाना रतनपुर में एक प्रकरण एवं थाना कोटा में एक प्रकरण दर्ज किया गया । कुल 14 प्रकरणों में आरोपियों से लगभग 135 किलोग्राम गांजा जप्त किया गया ।
जुआ, सट्टा अधिनियम के तहत थाना सिविल लाइन में 3 प्रकरण ,थाना सरकंडा में 16 प्रकरण , थाना तार बाहर में 4 प्रकरण , थाना सिरगिट्टी में 15 प्रकरण , थाना सकरी में 8 प्रकरण , थाना तोरवा में 7 प्रकरण , थाना तखतपुर 2 प्रकरण , थाना पचपेड़ी एक प्रकरण , जप्त की गई कुल 70 प्रकरणों में आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही कर लगभग 1 लाख रुपये जप्त किए गए तथा लाखों की सट्टा पट्टी भी जप्त की गई ।
इस अभियान के अंतर्गत नशीली दवाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भी थाना सिविल लाइन से 30 नग कफ सिरप एवं 28 नाग इंजेक्शन जप्त कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। थाना तोरवा एवं थाना सिरगिट्टी में सुलोशन बेचने वाले एवं टायर दुकान वालों को बुलाकर समझाइश दी गई कि किसी भी नाबालिक को सुलोशन किसी भी स्थिति में ना दिया जाए इस हेतु इनसे संकल्प पत्र भी भरवाया गया।