बलरामपुर। अपने आप को मंत्री का पीए बताकर ग्रामीणों से सरकारी काम कराने के एवज में पैसे मांग रहा शख्स पुलिस के हत्थे चढ़ा है. आरोपी शासकीय नंबर प्लेट का उपयोग निजी कार में फर्जी तरीके से कर रहा था. पकड़े गए आरोपी का बड़ा भाई भी इसी तरह के फर्जीवाड़े में पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद सलाखों के पीछे है.

बलरामपुर जिले के रघुनाथनगर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि सफेद रंग की कार क्रमांक सीजी 02 5034 से एक व्यक्ति ग्राम केसारी के सेवानिवृत्त शिक्षक रामखेलावन के घर पहुंचा है. वह आस-पास के लोगों को मंत्री का पीए बताते हुए सरकार काम कराने की बात कह रहा है. एक ग्रामीण के सीसी रोड के लिए प्रस्ताव भेजने की बात पर उसने कुछ नहीं हो पाने की बात कहते हुए पंचायत मंत्रालय से सप्ताहभर के भीतर स्वीकृत करा देने की बात कही. लेकिन इसके लिए तुरंत 25 हजार रुपए की डिमांड कर दी. ग्रामीण उस पर विश्वास कर 25 हजार रुपये दे भी दिया. जब वह जाने लगा तो दूसरे ग्रामीण को गाड़ी नंबर को देख उसके फर्जी होने की आशंका हुई.

ग्रामीणों से इस संबंध में पुलिस से मिली सूचना पर निरीक्षक बाजीलाल सिंह के नेतृत्व में पतासाजी की गई. मामले में आरोपी शशिकांत तिवारी के विरूद्ध प्रर्याप्त सबूत पाये जाने के बाद आरोपी की तलाशी ली गई, जिसमें उसके पास से नगदी 27010 रुपए, एक मोबाइल और 19 फर्जी तरीके से प्राप्त दस्तावेजों के साथ कार को जब्त किया गया. आरोपी शशिकांत तिवारी के विरुद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है. इस कार्रवाई में निरीक्षक बाजीलाल सिंह के अलावा आरक्षक अभिषेक पटेल, मनोज गुप्ता, अजय टोप्पो, अशोक गोयल, सुरेन्द्र उईके, ब्रम्हानंद नेताम शामिल रहे.

By GiONews Team

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