कांग्रेस V/S पुलिस: विधायक ने एसपी को कॉन्स्टेबल का वीडियो भेजकर लिखा पत्र.. इसी ट्रैफिक आरक्षक से बदसलूकी मामले में हुई थी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष की गिरफ्तारी..
बिलासपुर– शहर में सियासी माहौल गर्म है। नेताओं के निशाने पर पुलिस है। पुलिस ने भी कांग्रेस नेता को गिरफ्तार कर अपने इरादे दिखा दिए हैं। तीखी नोंक-झोंक में खुद विधायक शैलेष पांडे उतर आए हैं। पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच की तनातनी अब खुलकर सामने आ रही है। जिस पुलिसकर्मी से बदसलूकी के मामले में पुलिस ने कांग्रेस नेता मोती को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया अब उसी वर्दीवाले का एक वीडियो कांग्रेस नेता वायरल कर रहे हैं।
इस वीडियो में ट्रैफिक कॉन्स्टेबल राम रजक एक पार्षद के घर में घुसकर मारपीट कर रहा है। धक्का-मुक्की कर रहा है गालियां दे रहा है। ये वीडियो विधायक शैलेष पांडे ने पुलिस के आला अफसरों को भेजकर कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने कहा है कि इस मामले के साथ कॉन्स्टेबल राम रजक ने कांग्रेस नेता मोती के साथ भी बदसलूकी की, गालियां दी। उस मामले में भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
विधायक शैलेष ने ये लिखा
विधायक शैलेष पांडेय ने लिखा कि, ”क्या ऐसे होते है कानून के रखवाले, बेगुनाह गरीबों पर अत्यचार करने वाले. शांति और अमन के बिलासपुर मे यही आपकी पुलिस कर रही है. इस आरक्षक जिसके लिए पुलिस पूरे बचाव में दिख रही है अपने पुलिस वाले की गंदी करतूतों को छुपाने का कार्य कर रही है, जो सरे आम जनता से गंदी-गंदी गालियां दे रहा है. ये वहीं आरक्षक है जिसने हमारे साथी मोती थावरानी से उसकी पत्नी के सामने गलियां दिया, लेकिन कानून ने केवल मोती को ही आरोपी बनाया क्यों ? इस आरक्षक को देख कर नहीं लगता है कि इसने मोती को गाली नहीं दिया होगा, फिर पूरा वीडियो जनता के सामने क्यों नहीं लाया गया, केवल वहीं हिस्सा जिसमें मोती ने गाली दिया उतना ही क्यों दिखाया गया ? ये आरक्षक अगर शराब के नशे में था तो उसका डॉक्टरी मुलायजा क्यों नहीं करवाया गया ? थाना सिविल लाईन में जब समझौता हुआ तो उसके कागज कहां गये ?
एसपी ने कहा वीडियो 2 साल पुराना, कार्रवाई भी हुई थी
इस मामले में एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि आरक्षक का जो वीडियो अभी वायरल हुआ है. वो 30 जून 2019 का है. पड़ोसियों के बीच विवाद हुआ था. इसमें आरक्षक और उसके भाई के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया था. यदि आरक्षक के खिलाफ अभी भी कोई गलती मिलती है, तो विधिवत कार्रवाई की जाएगी.