तखतपुर। घर का दरवाजा बंद होने और बकरी बकरे और अन्य जानवरों के चिल्लाने पर  पडोसियों ने दरवाजा खोलकर देखा तो चरवाहे का शव खून से लथपथ पडा हुआ था। पुलिस ने हत्या का अपराध आईपीसी की धारा 302 के तहत दर्ज किया गया है।

 जानकारी के मुताबिक बीते दिन 5 अप्रेल को ग्राम धुमां के आश्रित ग्राम साल्हेडबरी निवासी हरदेव ध्रुव पिता इंदल सिंह उम्र 48 वर्ष चरवाहे का काम करता है। वह अपने परिवार के साथ गांव में ही रहता है। आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारण पूरा परिवार इलाहाबाद चला गया।  घर की रखवाली के लिए हरदेव ध्रुव को छोडा  था। 

मृतक हरेदव पालतू जानवरों को चराने के लिए अपने साथ ग्राम देवरी निवासी दुखूराम केंवट को रखा था। दोनों प्रतिदिन दोनों जंगल की तरफ बकरी चराने जाया करते थे। एक दिन पहले सुबह 7 बजे गांव वालों ने हरदेव ध्रुव को घर अंदर जाते हुए देखा था। इसके बाद दोपहर 1 बजे तक हरदेव ध्रुव घर में ही था।  गांव में जब बकरी चराने के लिए उसे घर से निकलते हुए किसी ने नही देखा तो लोग उसके पास पहुंचे। लोगों ने घर के अंदर  से बकरी और बकरे की आवाज सुनी। गांव की इंदो बाई बाडी की तरफ से अंदर जाकर देखी तो हरदेव ध्रुव खून से लथपथ पडा हुआ मिला। 

शरीर में लगी चोटो की वजह से बहुत मात्रा में खून बह चुका था। इसकी जानकारी उसने ग्राम पंचायत धुमां के सरपंच आशा ध्रुव को दी  गयी। जानकारी जूनापारा चौकी प्रभारी प्रताप ठाकुर तक पहुंची।  चौकी प्रभारी ने तखतपुर थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज को घटना की जानकारी दी। मौके पर पुलिस टीम पहुंची तो देखा कि दुखूराम केंवट जो हरदेव ध्रुव के साथ रहता था वह घर और गांव में नही है। पुलिस ने दुखू केंवट की आसपास खोजबिन की लेकिन उसकी जानकारी नही मिली। 

 पुलिस ने आशाराम ध्रुव पति रमलिया ध्रुव की रिपोर्ट पर  अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का अपराध धारा 302 पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया है।

By GiONews Team

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