डिजिटल ठगी : ठगों ने 7 दिन में 5 लोगों को बनाया शिकार, घर बैठे लोगों ने गंवाए 80 लाख रुपए.. हल्दीराम स्नैक्स की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर फिर हुआ 2 लाख रुपए की ठगी…

डिजिटल ठगी : ठगों ने 7 दिन में 5 लोगों को बनाया शिकार, घर बैठे लोगों ने गंवाए 80 लाख रुपए.. हल्दीराम स्नैक्स की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर फिर हुआ 2 लाख रुपए की ठगी…

रायपुर – राजधानी में इन दिनों डिजिटल ठगी बड़ा ट्रेंडिंग क्राइम बन चुका है। अब पहले की तरह घेर कर, चाकू या बंदूक की नोक पर नहीं बल्कि सिर्फ एक फोन कॉल के जरिए लोगों की कमाई को लूटने का काम किया जा रहा है। पिछले 7 दिनों में रायपुर शहर के अलग-अलग लोगों ने इसी तरह से ठगी का शिकार होकर 80 लाख रुपए गंवा दिए। ताजा मामला शहर के टिकरापारा थाने में दर्ज हुआ है। एक युवक से हल्दीराम नाम की स्नैक्स कंपनी के नाम पर 2 लाख रुपए ठग लिए गए। अब युवक ने पुलिस से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।

छोटी पूंजी में कुछ बड़ा करने का सपना लिए टिकरापारा इलाके में रहने वाले अक्षर भारती नाम के युवक ने इंटरनेट पर कुछ सर्च किया। उसने सोचा कि हल्दीराम स्नैक्स कंपनी की एजेंसी लेकर काम शुरू किया जाए। अक्षर ने बताया कि मैंने एक वेबसाइट पर हल्दीराम फ्रेंचाइजी डिस्ट्रीब्यूटर के अप्लाय किया। ये वेबसाइट थी WWW. Franchiseidea.org । 17 जुलाई को करण वर्मा नाम के आदमी ने मुझे अपने नंबर 7208612492 से कॉल किया। उसने कहा कि मैं हल्दीराम कंपनी से बोल रहा हूं। मैं सेल्स मैनेजर हूं। करण ने रजिस्ट्रेशन, प्रोसेसिंग और सिक्योरिटी मनी के तौर पर कुल 2 लाख 6 सौ रुपए मांगे। भरोसे में आकर 20 जुलाई को अक्षर ने गूगल पे के जरिए रुपए करण के बताए खाते में जमा करवा दिए।

उसके बाद करण वर्मा ने Haldiram Foods International Pvt Ltd info@haldiram.online के ईमेल से कंपनी का कंन्फर्मेशन लेटर भी भेजा। ठग ने नागपुर के SBI बैंक खाते में रुपए जमा करवाए। इसके बाद करण से अक्षर का कोई संपर्क नहीं हो पाया। इंटरनेट से ही अक्षर को हल्दीराम कंपनी के कुछ और नंबर मिले। पूछताछ में पता चला कि वहां करण वर्मा नाम का तो कोई आदमी काम ही नहीं करता। फिर टिकरा पारा थाने आकर अक्षर ने FIR दर्ज करवाई। जिस खाते में रकम भेजी गई उसकी जानकारी भी अक्षर ने पुलिस को दी है। इस मामले में छानबीन जारी है।

सिर्फ 7 दिनों में 80 लाख ठग लिए गए

० हल्दीराम कंपनी की फ्रेंचाइजी के नाम हुई इस 2 लाख की ठगी से ठीक एक दिन पहले ही एक बुजुर्ग से 63 लाख की ठगी हुई है। एएसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि अभनपुर निवासी रिटायर्ड बिजलीकर्मी अशोक साहू के बेटे किशोर की जून में कोरोना से मौत हो गई। ठगों ने बुजुर्ग को मृत बेटे का खाता अपडेट करने का झांसा देकर फंसाया। ठगों ने फोन पर उनसे कहा कि बैंक उनके मृत बेटे के नाम पर पैसा देगी और 63 लाख ले लिए।

० तीसरी घटना शिवानंद नगर इलाके में हुई। छत पर मोबाइल टावर लगाने का झांसा देकर रेलकर्मी की पत्नी से 5 लाख की ऑनलाइन ठग लिए गए। टीएस नारायण रेलकर्मी हैं। उनकी पत्नी के पास मार्च में जियो कंपनी के नाम से फोन कॉल आया कहा गया कि जियो ने मोबाइल टावर लगाने आपका घर चुना है। टावर लगेगा तो हर माह 40-50 हजार किराया मिलेगा। वे झांसे में आ गई और रुपए दे दिए।

० चौथी वारदात रायपुर के एक 65 साल के मोतीलाल सचदेव के साथ हुई। फेसबुक के जरिए ठगों ने इन्हें झांसे में लेने का जाल बुना। ठगों ने इन्हें एक फूड एजेंसी की डीलरशिप देने विश्वास दिलाया कहा कि उनकी स्कीम के जरिए उनका कारोबार और आगे बढ़ेगा। ठगों ने माल भेजने के लाम पर 7.5 लाख ले लिए।

० ठगों का शिकार बनीं कबीर नगर में रहने वालीं शम्पा धरगुप्ता। वो पेशे से टीचर थीं। नई नौकरी के लिए अप्लाय किया। महिला को अपनी बातों में फंसाने के लिए ठग ने उन्हें हवा में उड़ने वाली नौकरी यानी एक एयरलाइंस में मोटी सैलेरी वाली जॉब के बारे में बताया। इनसे ड्रेस कोड, मुंबई में इंटरव्यू, इंश्योरेंस जैसे कई बातें कहकर 2.5 लाख रुपए ले लिए।

रायपुर पुलिस की की साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइल डेटिंग एप पर लड़के, लड़कियों से दोस्ती न करें, कोई लुभावनी स्कीम, बिजनेस प्रॉफिट वगैरह की बातों पर यूं ही यकीन न करें, किसी भी सूरत में अपनी बैंक डिटेल किसी अनजान कॉलर को न दें। बहुत जरूरी ट्रांजेक्शन होने पर नजदीकी बैंक में जाकर खुद संपर्क करें। ऑनलाइन ठगी की घटना होने पर या फोन आने पर रायपुर साइबर सेल के नंबर 0771 4247109 पर कॉल करें। नजदीकी थाने पहुंचकर भी अपनी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।

GiONews Team

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