रायपुर – छत्तीसगढ़ पुलिस में महिला आरक्षक के पद पर पदस्थ अंजना सहिस लापता नहीं हुई थी. मजबूरी में उसे पुलिस की नौकरी छोड़नी पड़ी थी. अब महिला आरक्षक का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें वो अपने ही पुलिस विभाग पर संगीन आरोप लगा रही है. महिला आरक्षक ने पुलिसकर्मियों पर शारीरिक शोषण करने और ब्लू फिल्म (blue film) देखने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. यदि यह सच है, तो बेहद शर्मनाक है ?

पुलिस विभाग को अपराध पर शिकंजा कसने के लिए बनाया गया है. जिससे देश-प्रदेश में क्राइम पर लगाम लगाया जा सके. अपराधी को उसके किए की सजा मिल सके, लेकिन जब पुलिस की अपराधी की तरह व्यवहार करने लगे, तो तब आप क्या करेंगे ? विरोध करेंगे या चुपचाप उसे सहते रहेंगे ? कुछ ऐसा ही रायगढ़ निवासी अंजना सहिस के साथ हुआ है. पहले वो पुलिस विभाग में आरक्षक थी, लेकिन अब वो इस्तीफा देकर वृंदावन में रह रही है. अध्यात्म से जुड़ गई है. इसके पीछे की वजह भी पुलिस ही है.

आरक्षक की नौकरी छोड़कर वृंदावन में रह रही अंजना सहिस का आरोप है कि राजधानी रायपुर के माना पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में उनके साथ शारीरिक शोषण की कोशिश की गई. अधिकारी अश्लील फिल्म भी दिखाते थे. विरोध करने पर छुट्टी नहीं देते थे. पहले भी इसकी शिकायत की गई, लेकिन पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों ने इस्तीफा देने का दबाव बनाया. इन्हीं बातों से परेशान होकर इस्तीफा देना पड़ा. इसके साथ ही महिला ने पुलिस को दिए अपने लिखित बयान में कहा कि ना उनका परिवार है ना रिश्तेदार, वह यही रहना चाहती है.

आरोप यह भी है कि उसके परिजनों को भी पता है कि वो वृंदावन में है. 2007 से जब वो माना पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग कर रही थी. पुलिसकर्मियों की शिकायत करने इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. पुलिस के उच्च पदस्थ अधिकारियों पर इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. लेकिन मां को पता था कि वह वृंदावन है, फिर भी उसने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.

बता दें कि छत्तीसगढ़ के पुलिस मुख्यालय में पदस्थ महिला आरक्षक अंजना सहिस इस्तीफा देकर वृंदावन चली गई थी. 9 महीने तक संपर्क नहीं होने पर परिवार के सदस्यों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. जब महिला का पता लगाने राजेंद्र नगर पुलिस वृंदावन पहुंची, तो देखा कि महिला आरक्षक वहां एक ठेले में पर्स और माला बेचती नजर आई. फिलहाल इन आरोपों की जांच होगी या नहीं, यह भी पुलिस ही तय करेगी.

By GiONews Team

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