रतनपुर – इस वर्ष अच्छी बारिश होने के कारण जुलाई महीने में ही रतनपुर के पास स्थित अंचल के सबसे बड़े पर्यटन केंद्र खुटाघाट बांध का वेस्ट वियर छलकने लगा है । ऐसा लगातार दूसरे साल हुआ है । यह संकेत है कि इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है और किसानों को खेती के लिए सिंचाई हेतु पानी आसानी से उपलब्ध होगा । साथ ही अंचल को सूखे का भी सामना नहीं करना पड़ेगा । इधर वेस्ट वियर को लेकर पर्यटकों में भी खासा उत्साह है लेकिन पिछले साल के अनुभव की वजह से यहां पर्यटकों की आमद पर रोक जारी है । बिलासपुर जिले के सबसे बडे जलाशय खुंटाघाट बांध पानी से लबालब होकर छलकने लगा है । लगातार यह दूसरा साल है , जब वेस्ट वियर रपटा से जुलाई के अंतिम दिनों में ही पानी का बहाव शुरू हो हुआ ।

गुरूवार की सुबह खुंटाघाट बांध के वेस्ट वियर से पानी का बहाव शुरू हो गया । बांध के 614 वर्ग किलोमीटर जल ग्रहण क्षेत्र के कुल भराव क्षमता का 6891 मीट्रिक घन फूट पानी का भराव हो चुका है । लगातार हो रही वर्षा से अंचल के सभी नदी नाले उफान पर है । इसके चलते बांध के पानी के स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है । इसके चलते रपटा के पानी के बहाव का स्तर भी लगातार बढ़ने की संभावना जताई जा रही है । खुंटाघाट बांध के पानी से बिलासपुर व जांजगीर जिले के 208 गांवों के एक लाख 25 हजार हेक्टेयर खेतीहर जमीन सिंचित होती है । 369 किलोमीटर लंबी मुख्य नहर से बेलतरा , बिलासपुर व मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के हजारों किसानों के खेतों तक सिंचाई के लिए बांध का पानी पहुंचता है ।

बांध में दिख रही विशाल जल राशि से इन गांवों के हजारों किसानों के माथे से चिंता की लकीरें मिट गई है । खुंटाघाट बांध जिले का प्रमुख पर्यटन केंद्र भी हैं । डेम में पानी के भराव और रपटा शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में अंचल से सैलानी पहुंचते हैं । सुरक्षा के पर्याप्त इंतेजाम नहीं होने से हर साल रपटे पर कोई न कोई हादसा जरूर हो जाता है । इस साल भी डेम के रपटे पर सुरक्षा के कोई इंतेजाम नहीं है ।

रपटा शुरू होने के बाद सिंचाई विभाग ने रपटे के पथवे पर सैलानियों को जाने से रोकने कांटे की झाड़ियां डाल दी है । इसके बाद भी कई लोग इसे दरकिनार कर उपर से निकल रहे हैं । इन्हे रोकने टोकने वाला सुरक्षा के लिए अमला तैनात नहीं हैं । बीते साल ऐसे ही एक युवक ने 5 अगस्त को पथवे से रपटे पर छलांग लगा दी थी जिसे बचाने के लिए वायु सेना का हेलीकाप्टर बुलाना पड़ा था । बावजूद इसके जुलाई महीने में ही खुटाघाट बांध के लबालब हो जाने से पूरे अंचल में खुशी की लहर है । सैलानियों के साथ के साथ किसान और जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी खुश है ।

By GiONews Team

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