लोहा चोरी होने की वजह से गिरा टावर……. चोर काटकर ले गए लोहे का एंगल……..70 गांवों में 19 घंटे बाद बिजली आने से मिली राहत।

बिलासपुर। शुक्रवार की रात चली तेज हवा और अंधड़ से चकरभाठा से कोटा जाने वाली 132 केवी लाइन का टाॅवर पेंडारी में शुक्रवार की शाम 6.25 बजे गिर गया। दरअसल टॉवरों से लंबे समय से लोहे के एंगल की चोरी हो रही है। दैनिक भास्कर ने खबर प्रकाशित कर इसकी आशंका भी जताई थी, लेकिन जिम्मेदार अफसरों ने समय रहते ध्यान नहीं दिया, इसका खामियाजा 70 गांवों को उठाना पड़ा, यहां 19 घंटे बिजली बंद रही। दोपहर 1 बजे बिजली बहाल की गई।

रात 7 बजे तक टॉवर को खड़ा किया जा सका। धराशायी हुए टाॅवर से 16 नग एंगल गायब मिले हैं। इससे पहले भी पेंडारी के कुछ टावर से एंगल गायब मिले थे। टॉवर गिरने की घटना ने बिजली विभाग और पुलिस विभाग के पेट्रोलिंग दल की खोल कर रख दी।

बिजली के बड़े टाॅवरों से लगातार एंगल चोरी होने के मामले सामने आ रहा हैं। कबाड़ का कारोबार बढ़ने और लोहे की खरीद फरोख्त की बढ़ोतरी के साथ ही लोहे के रेट में अचानक बढ़ोतरी के कारण लोहे की चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। इसके साथ ही नशे का सामान खरीदने के लिए भी चोर लोहे की चोरी करते हैं।

इन वजहों से टाॅवरों से लगातार एंगल चोरी कर रहे हैं, इससे अब हादसों का दौर शुरू हो चुका है। वहीं दूसरी ओर विभाग में कर्मचारियों की संख्या कम होने से यहां समय पर पेट्रोलिंग नहीं हो रही है। विभाग के मुताबिक टाॅवर गिरने की यह इस सीजन की बिलासपुर में पहली घटना है, हालांकि इससे पहले भी कई बार टाॅवर गिर चुके हैं।

इस टाॅवर के गिरने से कोटा 132/33 केवी सब स्टेशन से निकलने वाले 33 केवी के 5 फीडरों से रोशन होने वाले 70 गांवों में 19 घंटे तक अंधेरा रहा। यहां सप्लाई गुरुवार की शाम 6.25 बजे बंद हुई जो शुक्रवार को दोपहर 1 बजे सामान्य हो सकी।

इस दौरान लोग गर्मी में परेशान रहे। शाम 7 बजे इसे दोबारा खड़ा कर दोबारा सप्लाई शुरू कर दी गई। इससे पहले बिजली विभाग बिलासपुर क्षेत्र के कार्यपालक निदेशन संजय पटेल, ग्रामीण एसई एसके दुबे, सीएसपीटीसीेल के टेस्टिंग एसई आरके अग्रवाल, ग्रामीण ईई अमर चौधरी ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया।

अधिकारियों को एंगल कम मिला
अधिकारियों को जांच के दौरान टाॅवर के टूटने का कारण भी पता चला। ईएचटी मेंटेनेंस के एसई वीरेंद्र दीक्षित ने बताया कि जब उनकी टीम ने टाॅवर का जांच की तो 16 नग एंगल गायब मिले। जिस तरफ एंगल कम था, सपोर्ट नहीं मिलने के कारण टाॅवर उस ओर मुड़ गया। हालांकि फाउंडेशन बेस खराब नहीं होने के कारण इसे विभाग ने दोबारा खड़ा कर लिया।

फैक्ट्री व राइस मिल बंद कराए गए
सप्लाई बंद होने से 70 गांवों के साथ कोटा में स्थित स्लीपर फैक्ट्री और वेलकम डिस्टलरी का कामकाज भी बंद रहा। बिजली व्यवस्था दिन में बहाल होने के बाद भी यहां काम बंद रखने के निर्देश विभाग ने दिए थे। साथ ही क्षेत्र के फैक्ट्री और राइस मिल को बंद कराया गया था।

तीन दिन पहले की गई थी पेट्रोलिंग
विभाग के कार्यपालन यंत्री मिथलेश दुबे ने बताया कि 8 व 10 मई को पूरे क्षेत्र के टाॅवरों की मॉनिटरिंग के लिए पेट्रोलिंग की थी। वहां किसी भी टाॅवर में कोई भी गड़बड़ी नहीं मिली। इस घटना में लगभग 10 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है।

GiONews Team

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