सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का शेयर प्राइस आज 60.40 रुपये पर आ गया, जो 1.92% की गिरावट के साथ 1.18 रुपये कम हो गया है। यह बैंक, जो 1911 में निगमित हुआ था, एक प्रमुख बैंकिंग संस्था है और इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 52,311.34 करोड़ रुपये है।
बैंक की संपत्ति और एनपीए की स्थिति
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने अपने वित्तीय प्रदर्शन में बताया है कि उसके पास 11,453.11 करोड़ रुपये की कुल गैर निष्पादित परिसंपत्ति (ग्रास एनपीए) है, जो बैंक की कुल संपत्तियों का एक हिस्सा है। इसके साथ ही बैंक की शुद्ध गैर निष्पादित परिसंपत्तियाँ (नेट एनपीए) 1,813.05 करोड़ रुपये की हैं। बैंक द्वारा गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) की यह रिपोर्ट बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता और उसकी वित्तीय स्थिति को स्पष्ट करती है।
ब्याज आय और तिमाही प्रदर्शन
बैंक ने 30 जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए 9,533.37 करोड़ रुपये की संगठित ब्याज आय दर्ज की, जो पिछली तिमाही में दर्ज 9,734.30 करोड़ रुपये से 2.06% कम है। हालांकि, पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में यह आंकड़ा 16.01% अधिक है, जब बैंक ने 8,218.02 करोड़ रुपये की ब्याज आय अर्जित की थी।
यह दर्शाता है कि बैंक की ब्याज आय में एक स्थिर वृद्धि हो रही है, लेकिन तिमाही दर तिमाही इसमें हल्की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट संभावित रूप से ब्याज दरों में परिवर्तन या बैंक की उधार देने की नीतियों के बदलाव से जुड़ी हो सकती है।
शुद्ध मुनाफा
बैंक ने 30 जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए 942.42 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है। यह मुनाफा पिछले कुछ तिमाहियों में बैंक की स्थिरता और उसकी लाभदायकता को दर्शाता है। हालांकि, मुनाफे में गिरावट और ब्याज आय में हल्की कमी यह संकेत देती है कि बैंक को अपने एनपीए को नियंत्रित रखने और अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।
निष्कर्ष
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के वित्तीय प्रदर्शन में तिमाही दर तिमाही गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन वार्षिक आधार पर इसे देखा जाए तो बैंक ने पिछले साल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। बैंक की वित्तीय स्थिति, उसकी ब्याज आय और मुनाफे में वृद्धि दर्शाती है कि यह एक स्थिर बैंकिंग संस्था है, लेकिन एनपीए की चुनौतियों का सामना करना बैंक के लिए आवश्यक है।