मालगाड़ी के 17 डिब्बे डिरेल : लौह अयस्क लेकर विशाखापट्टनम जा रही थी ट्रेन, रेलवे आवागमन बाधित..

दंतेवाड़ा – छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक बार फिर मालगाड़ी डिरेल हुई है। मालगाड़ी के 17 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। बताया जा रहा है कि, तकनीकी कारणों की वजह से हादसा हुआ है। हादसा सुबह करीब 4 बजे का बताया जा रहा है। फिलहाल मौके में DRG और RPF के जवान पहुंच गए हैं। रेलवे के कर्मचारी मार्ग बहाल करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। मामला भांसी थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार-शुक्रवार की रात किरंदुल से लौह अयस्क लेकर मालगाड़ी विशाखापट्टनम जा रही थी। इस बीच भांसी और कमालूर के बीच मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतर गए। इसे नक्सली करतूत बताया जा रहा था, लेकिन मौके में किसी भी प्रकार के कोई भी नक्सल बैनर या नक्सल गतिविधियों की जानकारी नहीं मिली है। SP डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि दंतेवाड़ा के DRG, RPF और रेलवे के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं।

रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि, 17 डिब्बों को पटरी पर वापस लाना थोड़ा मुश्किल है। मार्ग बहाल करने में लगभग 24 घंटे से ज्यादा का समय लग सकता है। इस घटना के बाद एक पैसेंजर ट्रेन और 15 मालगाड़ी प्रभावित हुई है। वहीं सिंगल लाइन होने की वजह से किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे मार्ग किरंदुल से जगदलपुर रूट तक बंद हो गया है। हालांकि जगदलपुर से विशाखापट्टनम तक मार्ग चालू है।

गढ़चिरौली मुठभेड़ के विरोध में नक्सलियों ने 27 नवंबर को भी इसी जगह रेलवे ट्रैक को उखाड़ दिया था, जिससे मालगाड़ी के डेढ़ दर्जन से ज्यादा डिब्बे हो गए थे। वहीं लगभग 6 महीने पहले भी इसी इलाके में नक्सलियों ने एक पैसेंजर ट्रेन को डिरेल किया था। हालांकि उस समय ट्रेन की रफ्तार कम थी तो केवल इंजन ही डिरेल हुआ था।