बिलासपुर में डायरिया का प्रकोप जारी : मरीजों की संख्या 200 पार पहुंची, 328 घरों में जांच 24 नए मरीज मिले, नहीं थमा अस्पताल पहुंचने का सिलसिला..

महामारी नियंत्रण की टीम तालापारा इलाके का किया निरीक्षण - Dainik Bhaskar

बिलासपुर – तेजी से फैल रहे डायरिया ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। यही वजह है कि इसे लेकर राजधानी रायपुर में भी हड़कंप मच गया है। मरीजों के अस्पताल पहुंचने का सिलसिला अभी तक नहीं थमा है। बुधवार को 24 नए मरीज मिलने के साथ ही अब डायरिया पीड़ितों की संख्या 200 के पार पहुंच गई। इनमें से 50 को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, ज्यादातर मरीजों की छुट्‌टी हो गई है।

तालापारा और तारबहार में लगातार डायरिया के मरीज सामने आ रहें है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने दोनों इलाकों में 328 घरों में सर्वे किया। जहां 24 नए मरीज मिले। इनमें 4 की हालत गंभीर बताया गया। तब एक मरीज को CIMS व तीन मरीज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि, बाकी के मरीजों को दवाइयां देकर घर में रहने की सलाह दी गई। इस दौरान मितानित और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने तालापारा में 218 और तारबाहर में 110 घरों में जाकर जांच की।

राहत की बात यह है कि अब डायरिया पीड़ितों मरीजों के हालत में सुधार हो रहा है। यही वजह है कि अस्पताल में मरीज पुराने मरीजों की छुट्‌टी कर दी गई है। इधर, डायरिया फैलने की खबर से राजधानी रायपुर से स्टेट की टीम गुरुवार की सुबह बिलासपुर पहुंची। महामारी नियंत्रण के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा व उनकी टीम ने तारबाहर व तालापारा क्षेत्र का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निचली बस्तियों में पानी के सप्लाई, पाइप लाइन को देखा। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में डायरिया फैली है, वहां का निरीक्षण किया गया है। अभी स्थिति नियंत्रण में है और मरीजों के स्वस्थ्य होने की भी जानकारी दी गई है।

अफसरों की ली बैठक, डीन व CMHO से की चर्चा
इस दौरान महामारी नियंत्रण के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. मिश्रा के नगर निगम कमिश्नर अजय शंकर त्रिपाठी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद उन्होंने CIMS में डीन डॉ. केके सहारे के साथ ही CMHO व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। दोपहर में शुरू हुई बैठक चल रही थी। बताया जा रहा है कि इस दौरान महामारी नियंत्रण को लेकर चर्चा की जा रही है।

तालापारा और तारबाहर इलाके में डायरिया फैलने के बाद भी नगर निगम का अमला उदासीन है। यही वजह है कि नगर निगम के अफसर व महापौर पाइप लाइन खराब होने व उसके नालियों से गुजरने की बात स्वीकार कर रहे हैं। लेकिन, इसमें सुधार की दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है। इधर डायरिया फैलने की वजह जानने के लिए पानी का सैंपल लेकर जांच के लिए CIMS के माइक्रोबॉयोलाजी डिपार्टमेंट में भेजा गया है। लेकिन, अब तक रिपोर्ट ही नहीं आई है।

GiONews Team

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