बहुचर्चित नेवई गोलीकांड : तीसरा आरोपी बिहार के नालंदा से गिरफ्तार, घर में आराम फरमाते वक़्त पुलिस ने दबोचा, कारतूस और पिस्टल भी जब्त..

दुर्ग – जिले के बहुचर्चित नेवई गोलीकांड में तीसरा और आखिरी आरोपी भी गिरफ्तार हो गया है। पुलिस ने उसके बिहार के नालंदा जिला स्थित घर से आराम फरमाते हुए दबोचा है। आरोपी के पास से कारतूस और एक पिस्टल जब्त किया गया है। इस मामले में मुख्य आरोपी समेत 2 लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। यह पूरा मामला हिस्ट्रीशीटर बृजेश राय पर 5 जुलाई की रात हुई फायरिंग से जुड़ा हुआ है। आरोपी नागेंद्र (21) वारदात को अंजाम देकर पिछले ढाई महीने से फरार चल रहा था। इस बीच पुलिस को सूचना मिली की नागेंद्र बिहार स्थित अपने घर में ही रहा है। पुलिस की टीम को तुरंत बिहार के नालंदा जिले के परवलपुर इलाके में भेजी गई, जहां से नागेंद्र गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने इस मामले का खुलासा शुक्रवार को किया है।

मुकेश सिंह उर्फ पंचर को 11 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। मुख्य आरोपी मुकुल सोना को भी नागेंद्र के घर से पकड़ा गया था। उस दौरान नागेंद्र घर में नहीं मिला था। ये तीन आरोपी वारदात को अंजाम देकर फरार चल रहे थे। पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस ने आरोपियों के संबंध में खोजबीन के लिए शहर के 50 से अधिक CCTV कैमरों को खंगाला था। इसके बाद पता चला कि वारदात को अंजाम देने के लिए कार का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस कार मालिक और घटना में इस्तेमाल किए गए कट्‌टा की जानकारी जुटाने में लग गई। नेवई क्षेत्र के बदमाश मुकुल सोना उर्फ सोनू और उसके दो साथी मुकेश सिंह उर्फ पंचर निवासी इलाहाबाद, नागेंद्र कुमार निवासी नालंदा बिहार के रूप में पहचान हुई। इसके बाद पुलिस ने छत्तीसगढ़ के धमतरी, कुरूद, कांकेर, ओडिशा, नागपुर और भिलाई शहर के 40 ठिकानों पर दबिश दी थी।

यह था पूरा मामला

यह मामला शुरू हुआ हिस्ट्रीशीटर बृजेश राय पर 5 जुलाई की रात हुई फायरिंग से। मुकेश, मुकुल और नागेंद्र ने रिसाली के मरौंदा टैंक के पास रात करीब 12 बजे बृजेश राय की कार पर फायरिंग कर दी। गोली बृजेश पर नहीं लगी। गोलियां कार में जाकर लग गईं पुलिस ने इसे पहले कार का विवाद बताया, लेकिन CCTV फुटेज में मुकुल सोना के दिखने के बाद जांच का रुख ही बदल गया। इसके बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाती, 10 जुलाई की रात नेवई भाठा में फिर तीनों ने फायरिंग कर दी थी।

GiONews Team

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