मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज, लखनऊ में उन्होंने कहा था- ब्राह्मण विदेशी हैं, CM बोले – उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हो.. होगी पुलिस कार्रवाई..

नंद कुमार बघेल पहले भी ब्राह्मण समाज और हिंदू देवी-देवताओं पर ऐसी टिप्पणियां करते रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट वितरण में ब्राह्मणों की हिस्सेदारी तक का विरोध किया था। - Dainik Bhaskar

रायपुर – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ रायपुर के डीडी नगर थाने में केस दर्ज किया गया है। सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत पर ये केस दर्ज किया गया है। नंद कुमार पर सामाजिक द्वेष पैदा करने का आरोप है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 505- समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावनाएं पैदा करने और धारा 153 ए के तहत सामाजिक तनाव बढ़ाने वाला बयान देने का मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर की कॉपी।

पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर की कॉपी।

मुख्यमंत्री ने इस पर क्या कहा

इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, विगत दिनों उनके पिता द्वारा एक वर्ग विशेष के विरुद्ध की गई टिप्पणी उनके संज्ञान में आई है। उनकी इस टिप्पणी से समाज के एक वर्ग की भावनाओं और सामाजिक सद्भाव को ठेस लगी है उनके इस बयान से उन्हें भी दुःख हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि ये बात कही जा रही है कि नंदकुमार बघेल पर इसलिए कार्रवाई नहीं होगी, क्योंकि वे मुख्यमंत्री के पिता हैं। उन्होंने कहा, उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हो।

मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कह दिया कि इस संबंध में पुलिस द्वारा विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उनका कहना था, छत्तीसगढ़ सरकार हर जाति, हर धर्म, हर वर्ग हर समुदाय के लोगों के सम्मान और उनकी भावनाओं की कद्र करती है। सभी को एक समान महत्व देती है और सभी के मान सम्मान और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना अपना कर्तव्य समझती है। मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे लिए कानून सबसे ऊपर है।

पिता से वैचारिक मतभेद शुरू से ही

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, उनके पिता नंदकुमार बघेल से उनके वैचारिक मतभेद शुरू से हैं ये बात सभी को पता है। हमारे राजनीतिक विचार एवं मान्यताएं भी बिल्कुल अलग अलग हैं। एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को माफ नहीं किया जा सकता, जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो।

क्या कहा था नंद कुमार बघेल ने

पिछले महीने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में नंद कुमार बघेल ने कहा था, अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम यह आंदोलन करेंगे। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे। क्योंकि वे विदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए। उसी तरह से ये ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने को तैयार रहें।

20 साल पहले ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो लिखकर कराया था बवाल

नंद कुमार बघेल ने 20 साल पहले ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो शीर्षक से एक किताब लिखी थी। उनका कहना था, किताब मनु स्मृति, वाल्मिकीय रामायण, रामचरितमानस और पेरियार की सच्ची रामायण आदि की नए नजरिए से व्याख्या है। इस किताब के सामने आते ही बवाल शुरू हाे गया। 2001 में छत्तीसगढ़ की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस किताब को प्रतिबंधित कर दिया। बघेल 17 साल तक इसके खिलाफ मुकद्मा लड़ते रहे। 2017 में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने प्रतिबंध लगाने के खिलाफ की गई उनकी याचिका को खारिज कर दिया। सरकार का कहना था, इस किताब में हिंदू धर्म की मान्यताओं से विपरीत और समाज पर नकारात्मक असर डालने वाली सामग्री है।

चुनाव से पहले तो बकायदा टिकट वितरण की सूची बनाकर भेजी थी

2018 के चुनाव से पहले तो नंद कुमार बघेल ने कांग्रेस नेतृत्व को बकायदा विधानसभा वार सूची बनाकर भेजी थी, किसे कहां से टिकट मिलना चाहिए और किसे नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा था, सामाजिक समरसता के आधार पर 12 सीटें ब्राह्मण, बनिया, ठाकुर और मुस्लिम प्रत्याशियों के लिए छोड़ दी हैं। 51 सीटों पर छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को टिकट मिलना चाहिए। अन्य समुदाय का उससे ज्यादा अतिक्रमण हुआ तो हार जाएंगे।

कहा था, राजस्थानी ब्राह्मणों को टिकट नहीं देना चाहिए

नंद कुमार बघेल ने चुनाव से पहले कहा था, कांग्रेस काे राजस्थानी ब्राह्मणों को टिकट नहीं देना चाहिए। एक बार उन्होंने कहा, सत्यनारायण शर्मा, मोतीलाल वोरा, रविंद्र चौबे, चरणदास महंत और जयसिंह अग्रवाल उनके बेटे के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। बाद में पाटन के एक कार्यक्रम में उन्होंने ब्राह्मण, राजपूत और बनिया समाज के बारे में विवादित बातें कहीं, जिसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई। एक बार उन्होंने कहा, सरयुपारिण ब्राह्मणों को तो ओबीसी का दर्जा दे देना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए पिता के खिलाफ सर्कुलर निकाल चुके हैं भूपेश

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भूपेश बघेल को अपने पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ सर्कुलर जारी करना पड़ा था। जुलाई 2018 में पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए जारी पत्र में बघेल ने कहा था, नंदकुमार बघेल कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य नहीं हैं। न ही उनको पार्टी की ओर से किसी भी प्रकार की गतिविधि संचालित करने के लिए अधिकृत किया है। इस कारण नंदकुमार बघेल के साथ किसी भी गतिविधि में कांग्रेसजन भाग न लें। इस निर्देश का उल्लंघन होने पर

GiONews Team

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