फ्लिपकार्ट से धोखाधड़ी : IMEI नंबर बदलने का तरीका सीखा, फिर देना लगा जालसाजी को अंजाम, गिरोह का चार सदस्य गिरफ्तार..

फ्लिपकार्ट कंपनी के एक्सचेंज ऑफर में ग्राहक बनकर कंपनी के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को बिलासपुर पुलिस ने पकड़ा है। गिरोह के चार सदस्य मुंगेली के रहने वाले हैं। पकड़े गए आरोपी ऑफर का लाभ लेने के लिए पुराने मोबाइल का IMEI नंबर बदल देते और उसे नया बताकर एक्सचेंज कर लेते थे। पकड़े गए युवक महज मोबाइल रिपेयरिंग का काम करते हैं। जिन्होंने यू-ट्यूब से IMEI नंबर बदलने का तरीका सीखा और जालसाजी की घटना करने लगे।
युवक सैमसंग कंपनी के ही मोबाइल के IMEI नंबर बदलते थे। लिहाजा, SP दीपक झा ने सैमसंग कंपनी को भी नोटिस जारी कर कंपनी के पुराने मोबाइल पर रोक लगाने को कहा है। गिरोह के सदस्यों से पुलिस ने 150 मोबाइल भी जब्त किए है। जिसकी कीमत 25 लाख से अधिक बताई गई है।

SP दीपक झा ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी फ्लिपकार्ट के लाजिस्टिक कंपनी विली रतनपुर ओडीएच में हब इंचार्ज के पद पर कार्यरत रोशन खान ने सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसमें बताया गया कि ऑनलाइन शॉपिंग साइट कंपनी फ्लिपकार्ट में एक्सचेंज ऑफर चल रहा है। जिसके तहत ग्राहक अपने पुराने सामान या मोबाइल आदि को ऑफर के तहत बदल कर नए सामान या मोबाइल ले सकते हैं। कंपनी द्वारा ग्राहकों से ऑनलाइन मोबाइल का मॉडल तथा IMEI पूछकर मूल्य का निर्धारण किया जाता है और इसके एवज में नए मोबाइल फोन को कम कीमत पर ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाता है। कंपनी के डिलीवरी बॉय पुराने मोबाइल का IMEI मिलान कर मोबाइल को एक्सचेंज कर देते हैं।
इस बीच कंपनी को पता चला कि ऑफर के तहत अधिकतर मोबाइल चकरभाटा व पुराना बस स्टैंड के साथ ही रायपुर-भिलाई में अलग-अलग नाम पते एवं मोबाइल नंबर पर डिलीवर हुए हैं। इस तरह से 100 से अधिक मोबाइल फोन डिलीवर उन्हीं क्षेत्र में हुआ है। कंपनी को पता चला कि मोबाइल के IMEI गलत है एवं उनके मॉडल भी अलग हैं। कंपनी के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की जा रही है। इस पर पुलिस की साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी। जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। इस दौरान पुलिस ने करीब आधा दर्जन संदेहियों को पकड़कर पूछताछ की, तब मुंगेली के रहने वाले मास्टर माइंड दुर्गेश वर्मा व अजय दावड़ा का पता चला। उनके साथ गिरोह के दो अन्य सदस्य भी पकड़े गए हैं। उनके पास से नए पुराने मोबाइल सहित 25 लाख का माल जब्त किया गया है।

वारदात को अंजाम देने वाले मास्टर माइंड दुर्गेश वर्मा व अजय दावड़ा ने बताया कि पूर्व में उनका अजय मोबाइल के नाम से दुकान थी। जो 8-10 महीने से बंद है। फ्लिपकार्ट द्वारा दिए जा रहे एक्सचेंज ऑफर की उन्हें पहले से जानकारी थी। इसका फायदा उठाने के लिए उन्होंने सैमसंग के पुराने स्मार्ट फोन को रायपुर, बिलासपुर, भिलाई के दुकानों से कम दामों में खरीद कर उसमें पुराने खरीदे हुए मोबाइल के IMEI नम्बरों को बदलने लगे। पुराने मोबाइल में महंगे मोबाइल के IMEI में फिक्स कर फ्लिपकार्ट को एक्सचेंज ऑफर के तहत भेजकर नए महंगे मोबाइल मंगवाकर उन्हें अच्छी कीमत में बेच देते थे।
दुर्गेश व अजय दावड़ा ने ऑनलाइन ऑर्डर कर IMEI एवं नेटवर्क परिवर्तित करने वाला साफ्टवेयर मंगाया था। जिसके माध्यम से वह बिलासपुर, रायपुर, भिलाई जैसे शहरों से खरीदे गए कम दामों के मोबाइल को कनेक्ट कर महंगे मोबाइल का IMEI नंबर हासिल कर उस मोबाइल के IMEI व नेटवर्क को रिपेयर कर लेता था। इसी तरह पुराने मोबाइल के कैबिनेट इत्यादि को परिवर्तित मॉडल के अनुसार एसेंबल कीमत तय करने के लिए फ्लिपकार्ट में भेज देता और नए मोबाइल ऑर्डर करता था। उन्होंने बताया कि पुराना मोबाइल जो यह 2 से 4 हजार में खरीदते थे। वह एसेंबल एवं IMEI परिवर्तित करने के बाद 15 से 18 हजार का हो जाता। इस तरह से 30 हजार रुपए का नया मोबाइल उन्हें 12 हजार रुपए में मिल जाता है। जिसे 27-28 हजार में बेचते थे। गिरोह के सदस्यों ने 100 से अधिक मोबाइल मंगा कर बेच दिए है।

आरोपियों से जब्त सामान
2 लैपटॉप, 80 नए मोबाइल, 72 पुराना मोबाइल, 25 फ्लिप कवर, 1 मोबाइल चार्जर, 9 सिम कार्ड, साफ्टवेयर octa plus drive जब्त किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी
1.अजय दावड़ा पिता कन्हैया लाल दावड़ा उम्र 33 वर्ष निवासी सिंधी कॉलोनी मुंगेली
2.दुर्गेश कुमार वर्मा पिता राजकुमार वर्मा उम्र 31 साल निवासी पथरिया जिला मुंगेली
3.अनमोल सोनकर पिता जवाहर सोनकर उम्र 33 साल निवासी दाउपारा मुंगेली
4.प्रमोद पाण्डेकर पिता निर्मल पाण्डेकर उम्र 23 साल निवासी दाउपारा मुंगेली

साइबर सेल प्रभारी कलीम खान ने बताया कि मास्टर माइंड अजय दावड़ा व दुर्गेश वर्मा अपना नाम व पता छिपाने के लिए फर्जी मेल आईडी बनाते थे और ऑनलाइन मोबाइल बदलने के लिए ऑर्डर करते थे। उन्हें एक ही मेल आईडी से जालसाजी उजागर होने का डर था। इसके चलते आरोपी नाम व पता बदल-बदल कर ऑनलाइन ऑर्डर करते थे।
पुलिस अफसरों ने बताया कि जांच के दौरान कई चौंकाने वाला तथ्य सामने आए। पता चला कि गिरोह के सदस्य फर्जी तरीके से ऑनलाइन मोबाइल ऑर्डर कर रहे हैं, तब उन्होंने फ्लिपकार्ट के अधिकारियों से संपर्क किया और 50 लाख से अधिक कीमती 2 सौ से अधिक मोबाइल का ऑर्डर होल्ड कराया।
SP दीपक झा ने बताया कि ऑनलाइन शापिंग कंपनी फ्लिपकार्ट को भी इस मामले में नोटिस जारी किया गया है। इसमें उन्हें कहा गया है कि कंपनी के डिलीवरी बॉय को यह निर्देशित किया जाए कि कोई भी ऑर्डर संबंधित पते में ही दिए जाए। दरअसल, इस मामले में यह भी सामने आया है कि गिरोह के सदस्य डिलीवरी बॉय को दिए गए पते के बजाए इधर-उधर बुलाकर ऑर्डर लेते थे। ताकि, उनकी गड़बड़ी सामने न आ पाए।
ऑमतौर पर ऑनलाइन ठगी के मामले झारखंड के जामताड़ा में होते रहे हैं। ज्यादातर साइबर क्राइम के तार जामताड़ा से जुड़े थे। लेकिन, यह प्रदेश का पहला ऐसा मामला है, जिसमें मुंगेली के मोबाइल रिपेयरिंग करने वाले युवक इस तरह बड़ी वारदात को अंजाम देकर ऑनलाइन ठगी कर रहे थे।