ऑफ़लाइन परीक्षा का विरोध में नर्सिंग छात्रों ने खोला मोर्चा, किया आयुष यूनिवर्सिटी का घेराव, जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा की मांग की..

रायपुर – छत्तीसगढ़ के तमाम नर्सिंग स्टूडेंट्स ने शनिवार को अपनी ही यूनिवर्सिटी के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंक दिया। बड़ी संख्या में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से नर्सिंग स्टूडेंट रायपुर पहुंचे। इनमें सबसे ज्यादा संख्या छात्राओं की थी। यह सभी नया रायपुर के आयुष विश्वविद्यालय कैंपस के बाहर पहुंचे और करीब 10 घंटों से धरना दे रहे हैं। इसके बाद भी कुलपति ने मुलाकात की है ना ही यूनिवर्सिटी के किसी कर्मचारी ने। सभी स्टूडेंट यहां ऑनलाइन परीक्षा की मांग लेकर आए हैं।

22 हजार छात्र बोले- जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा
छात्रों के इस विरोध प्रदर्शन को NSUI ने भी अपना समर्थन दिया है। NSUI के नेता भावेश शुक्ला ने बताया कि छात्र तब तक नहीं हटेंगे जब तक ऑनलाइन परीक्षा का एलान नहीं कर दिया जाता। एक छात्र ने बताया कि बीएससी नर्सिंग के फर्स्ट ईयर से लेकर फाइनल ईयर तक 22 हजार स्टूडेंट हैं। बीते 16 अगस्त को परीक्षा की तारीख तय की गई थी । प्रैक्टिकल एग्जाम हुए। मगर ऑफलाइन मोड में ली जा रही परीक्षा को पर्चा लीक होने की बात कहकर रद्द कर दिया गया।

इससे पहले भी कोविड की वजह से हमारा एग्जाम नहीं हो सका। करीब 1 साल देरी से जैसे-तैसे शुरू हुई परीक्षा कैंसल हो गई थी। नर्सिंग के स्टूडेंट्स ने कोविड के समय पर काम भी किया। साल भर हमारी पढ़ाई प्रभावित रही। इसके बाद दो से तीन महीने में ही ऑनलाइन तरीके से कोर्स पूरा कराने की खानापूर्ति हो गई। हम चाहते हैं जब पढ़ाई ऑनलाइन हुई तो परीक्षा भी ऑनलाइन हो। यदि परीक्षा ऑनलाइन मोड में होती है तो स्टूडेंट्स को पेपर लिखने का अधिक वक्त मिलेगा।

रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी में होगी ऑनलाइन परीक्षा
दूसरी तरफ दो दिन पहले ही छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी ने भी ऑनलाइन परीक्षा लेने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में सभी नर्सिंग स्टूडेंट चाहते हैं कि उनकी परीक्षा भी ऑनलाइन ही हो। छात्रों ने बताया कि हमें तैयारी बेहतर तरीके से करने का वक्त भी नहीं मिला है। यूनिवर्सिटी की गलतियों की वजह से पेपर लीक हुआ और हमारा एग्जाम कैंसल किया गया इसलिए अब यूनिवर्सिटी को ऑफलाइन एग्जाम लेकर थोड़ी राहत देनी चाहिए।
