कन्नूर लोकेश राहुल, जिन्हें केएल राहुल के नाम से जाना जाता है, भारतीय क्रिकेट के शीर्ष खिलाड़ियों में से एक हैं। उनका जन्म 18 अप्रैल 1992 को कर्नाटक के बेंगलुरु में हुआ था। राहुल दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज हैं और कर्नाटक की टीम और भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा, वह समय-समय पर विकेट कीपिंग की जिम्मेदारी भी निभाते हैं।
राहुल ने 2017 में श्रीलंका के खिलाफ पल्लेकेले में 85 रन की पारी खेली और सात लगातार टेस्ट मैचों में अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने।
घरेलू क्रिकेट में राहुल का प्रदर्शन
केएल राहुल ने रणजी ट्रॉफी के माध्यम से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया, जहां उन्होंने कर्नाटक की टीम के लिए हैदराबाद के खिलाफ खेला। राहुल ने 2010 में आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जहां उन्होंने छह पारियों में कुल 143 रन बनाए थे।
शुरुआती कठिनाइयों के बाद, राहुल ने 2012-13 के सत्र में वापसी की और 2013-14 में 1033 रन बनाकर टूर्नामेंट के दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। इसी प्रदर्शन के आधार पर कर्नाटक ने रणजी ट्रॉफी जीती और राहुल को आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से जोड़ा गया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में राहुल का सफर
राहुल ने 2014-15 की दिलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया। हालांकि, मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में राहुल ने खराब प्रदर्शन किया और दोनों पारियों में क्रमश: 3 और 1 रन बनाए। लेकिन सिडनी में हुए अगले टेस्ट में राहुल ने 110 रन की पारी खेली और अपनी जगह पक्की कर ली।
राहुल को 2016 में जिम्बाब्वे दौरे के लिए भी चुना गया, जहां उन्होंने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में नाबाद 100 रन बनाकर भारतीय टीम की जीत में योगदान दिया। इसके बाद, वेस्टइंडीज दौरे पर भी राहुल ने शानदार प्रदर्शन किया और जमैका में 158 रन की पारी खेली।
आईपीएल करियर
राहुल का आईपीएल करियर भी बहुत प्रभावशाली रहा है। 2016 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में शामिल होने के बाद, उन्होंने उस सत्र में 397 रन बनाए। उनकी इस बेहतरीन फॉर्म ने उनकी टीम को आईपीएल के फाइनल में पहुंचाने में मदद की, हालांकि उनकी टीम को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
चोटों से जूझने के बाद वापसी
चोटों के कारण राहुल को कुछ समय के लिए क्रिकेट से दूर रहना पड़ा, लेकिन उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में शतक लगाकर शानदार वापसी की। वह उस मैच में 199 रन पर आउट हो गए थे और दोहरे शतक से चूक गए थे।
श्रीलंका में संघर्ष
2017 में श्रीलंका दौरे के दौरान राहुल को मध्य क्रम में बल्लेबाजी करने का मौका दिया गया, लेकिन वह तीन मैचों में केवल 28 रन ही बना सके। इसके बाद से वह भारतीय वनडे टीम से बाहर हो गए।
निष्कर्ष
केएल राहुल ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन उनकी प्रतिभा और धैर्य ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाए रखा है। वह अपनी बैटिंग और विकेटकीपिंग क्षमताओं के साथ टीम इंडिया के लिए एक बहुमूल्य खिलाड़ी बने हुए हैं।