खुदकुशी : बुजुर्ग पिता का छीना एक मात्र सहारा, एकाकीपन से हारकर महिला ने लगाया मौत को गले..पुलिस मामले की कर रही जांच..

खुदकुशी : बुजुर्ग पिता का छीना एक मात्र सहारा, एकाकीपन से हारकर महिला ने लगाया मौत को गले..पुलिस मामले की कर रही जांच..

रतनपुर – क्षेत्र के जोगी अमराई वार्ड क्रमांक 1 में रहने वाली 35 वर्षीय पवित्री बाई पाव ने घर के कमरे में मौजूद मयार में नायलॉन रस्सी के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।पावित्रीबाई अपने पति मुकेश कुमार पाव को छोड़कर पिछले सात – आठ सालों से अपने बुजुर्ग पिता ननकू राम पाव के साथ ही जोगी अमराई में रह रही थी।

बताया जा रहा है कि पवित्री मेहनत मजदूरी कर अपने पिता का पालन पोषण करती थी। बुजुर्ग पिता का वह एकमात्र सहारा थी सोमवार की रात रोज की तरह खाना खाने के बाद पिता अपने कमरे में सो गए। सुबह जब उठे तो बेटी नजर नहीं आई जब उसे ढूंढते हुए उन्होंने कमरे का दरवाजा खोलना चाहा तो दरवाजा भीतर से बंद था। खिड़की से झांकने पर दिखा कि पावित्रीबाई पाव का शव फांसी के फंदे से लटक रहा है। जिसके बाद 112 को सूचना दी गई।

पुलिस मौके पर पहुंची और फिर आगे की कार्यवाही के लिए थाने को सूचना दी गई पावित्रीबाई ने फांसी क्यों लगाई , इसका पता फिलहाल नहीं चल पाया है। उसने कोई सुसाइड नोट छोड़ा है या नहीं इसकी भी जानकारी नहीं है। शायद पति से अलगाव और एकाकीपन से हारकर ही उसने मौत को गले लगाया होगा। रतनपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

GiONews Team

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