सिम्स अस्पताल में लापरवाही का नही हो रहा अंत, फिर एक कर्मचारी की लापरवाही ने ली महिला की जान, ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने मरीज की हुआ मौत, सिटी स्कैन कराने ले जाते वक्त हुआ हादसा..

बिलासपुर – संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स में लापरवाही का अंत ही नहीं हो रहा। एमएम 1 वार्ड में भर्ती महिला मरीज की जान सिर्फ इसलिए चली गई। क्योंकि लापरवाह कर्मचारी उसे जो सीजन सिलेंडर लगाकर एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर ले जा रहे थे, रास्ते में ही वह सिलेंडर खत्म हो गया।
दंतेवाड़ा में रहने वाले पीएचई विभाग के कर्मचारी शेष प्रसाद शुक्ला अपनी बीमार पत्नी मीनाक्षी शुक्ला को लेकर सिम्स में इलाज कराने पहुंचे थे। मीनाक्षी के पैर में गैंग्रीन हो गया था जिसके लिए उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। चिकित्सक ने उनका सिटी स्कैन कराने को कहा। बताया जा रहा है कि नर्सिंग स्टाफ महिला को लेकर नीचे के फ्लोर पर आ रहा था महिला को ऑक्सीजन लगा हुआ था लेकिन कर्मचारियों ने ऑक्सीजन सिलेंडर की जांच नहीं की, इसलिए रास्ते में ही सिलेंडर खत्म हो गया और इस वजह से महिला की मौत होने से का दावा किया जा रहा है।

जिसके बाद मृत महिला के परिजन सिम्स प्रबंधन और कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत करते हुए संबंधित कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। पिछले काफी समय से यहां सीटी स्कैन मशीन खराब है तो वहीं मरीजों की शिकायत है कि लंबे वक्त से यहां सीटी स्कैन ही नहीं एक्सरे भी नहीं किया जा रहा। पिछले दिनों सीटी स्केन मशीन के नाम पर ही सिम्स में विवाद हुआ था, जिस पर कर्मचारी लामबंद हो गए।
लेकिन वह अकेला मामला नहीं है सिम्स में शिकायतों का अंबार है और अधिकांश शिकायत कर्मचारियों को लेकर है। मरीजों का आरोप है कि यहां बिना पैसा दिए कुछ नहीं होता। कहने को ही यह सरकारी अस्पताल है, लेकिन कर्मचारी पूरी तरह से भ्रष्ट है, तो वहीं शेष प्रसाद शुक्ला ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी की मोत केवल यहां के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से हुई है। तो वही सिम्स के चिकित्सकों का दावा है कि ऑक्सीजन की कमी से मौत की बात भ्रामक है।

महिला के पैर में गॅग्रीन हुआ था और उसके इलाज के लिए उसे कई प्रकार की एंटीबायोटिक दी जा रही थी, लेकिन महिला पूरी तरह से कोमा में थी दवाओं का असर क्यों नहीं हो रहा है यह जांचने के लिए ही चिकित्सक महिला का सिटी स्कैन करना चाहते थे। चिकित्सकों का दावा है कि मीनाक्षी शुक्ला कोमा में थी और उन्हें ऑक्सीजन की इतनी कमी नहीं थी कि ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो जाने पर उनकी जान चली जाए। उनके अनुसार मोत की वजह कुछ और हो सकती है।
लेकिन इधर मीनाक्षी शुक्ला की मौत हो जाने पर मीनाक्षी शुक्ला के परिजनों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाया और इसके लिए पूरी तरह से सिम्स प्रबंधन को दोषी करार दिया जबकि सिम्स प्रबंधन का कहना है कि उन पर मरीजों का अत्यधिक भार है बावजूद इसके वे अपने स्तर पर बेहतर इलाज देने का प्रयास कर रहे हैं। दावे, प्रति दावे जो भी हो लेकिन सच्चाई यही है कि एक बार फिर से सिम्स के माथे पर यह कलंक लगा है कि यहां कर्मचारियों की लापरवाही से एक मरीज की जान चली गई ।